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रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 

*रासायनिक अभिक्रिया :- जब कोई पदार्थ अकेले या किसी अन्य पदार्थो से क्रिया कर भिन्न गुण वाले नए पदार्थ का निर्माण करते है,इस प्रक्रिया को रासायनिक अभिक्रिया कहते है | 
           जैसे:- H2 + Cl2    → 2HCL
                 (अभिकारक)      (प्रतिफल)
*अभिकारक(Reactant) :-वे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग  लेता है,उसे अभिकारक कहते है | 
          जैसे :-इस अभिक्रिया में H एवं  Cl2 अभिकारक का कार्य करती है | 
*प्रतिफल(Product) :-वे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेकर भिन्न नए पदार्थ का निर्माण करते है,उस नए पदार्थ को प्रतिफल कहते है | 
          जैसे :- इस अभिक्रिया में 2HCL  प्रतिफल का कार्य करती है | 

रासायनिक अभिक्रिया का क्रिया विधि :-

⟹अभिकारक के अणु  टूट कर परमाणु में परवर्तित होते है और ये परमाणु पूर्ण संगठित होकर प्रतिफल के अणु बनाते है,इस प्रक्रियाओं में अभिकारक के अणु के परमाणुओं के बिच बंधन टूट जाती है | और परमाणुओं के बिच नए बंधन बनाते है | 

रासायनिक अभिक्रियाएँ की विशेषताएँ :-

→रासायनिक अभिक्रियाएँ के निम्नलिखित विशेषताएँ है 
(i)गैस की उत्पति :-कुछ ऐसी रासायनिक अभिक्रिया है जो रासायनिक अभिक्रियाओं के दौरान कोई गैस उत्पन होती है | 
            जैसे :-  Zn + Hcl  Zncl2 +H2↑         
(ii)अवक्षेप का बनना :-अवक्षेप एक ठोस पदार्थ है ,जब कोई पदार्थ रासायनिक अभिक्रिया के दौरान विलियन से अलग हो जाता है अवक्षेप कहलाता है | 
           जैसे :-  Nacl + AgNo3  → NaNo3 +AgCl ↓ 
(iii)रंग में परिवर्तन :-कुछ ऐसे पदार्थ है जो रासायनिक अभिक्रिया के दौरान रंग में परिवर्तन कर देती है | 
            जैसे :- पोटैसियम परमैंगनेट का विलियन बैगनी रंग की होती है ,लेकिन उसमे नींबू का रस डालते है तो उसका रंग धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है | 
(iv)ताप में परिवर्तन :-कुछ ऐसे कार्बनिक यौगिक है जिसके रासायनिक अभिक्रियाओं के फलस्वरूप ताप में परिवर्तन होता है | 
*ताप में परिवर्तन दो प्रकार के होते है-
(1)ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया(Exothermic reaction):-वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे ऊष्मा का उत्सर्जन होता है,उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया  कहते है| 
            जैसे :-  CaCo3  → CaO + Co2 + ऊष्मा 
(2)ऊष्माशोषी अभिक्रिया(Endothermic reaction) :-वैसी  रासायनिक अभिक्रिया जिसमे ऊष्मा का शोषण होता है ,अर्थात ऊष्मा लगाना पड़ता है उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया  कहते है | 
  जैसे :-   H2 +I2 2HI - ऊष्मा
(v)अवस्था में परिवर्तन :-कुछ ऐसे पदार्थ है जिसे रासायनिक अभिक्रिया के दौरान अवस्था में परिवर्तन होती है |
          जैसे :- जब मोमबत्ती को जलाते है तो उसका कुछ भाग द्रव में परिवर्तन होता है और कुछ द्रव से गैस में परिवर्तन होकर जलती है| उसे हम कह सकते है कि ठोस अवस्था से द्रव अवस्था में,द्रव अवस्था से गैस अवस्था में परिवर्तन होती है |  
*रासायनिक समीकरण:-रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले वे पदार्थ जिसके सूत्रों की सहायता से संक्षिप्त अभिक्रिया लिखा जाता है,रासायनिक समीकरण कहलाती है | 
             जैसे :-  H+ Cl2    → 2HCL

रासायनिक समीकरण लिखने का नियम 

(i)अभिकारकों के संकेतो को समीकरण के वायाँ ओर लिखेंगे | 
(ii)अभिकारक के संकेतो के बिच (+) धनात्मक का चिन्ह लिखेंगे | 
(iii)प्रतिफल के संकेतो को समीकरण के दायाँ ओर लिखेंगे | 
(iv)प्रतिफल के संकेतो के बिच (+) धनात्मक का चिन्ह लिखेंगे | 
(v)अभिकारक और प्रतिफल को अलग करने वाली स्थान पर (→) तीर का निशान देंगे | 
           जैसे:-  A+B  →  C+D
                 (अभिक्रिया)    (प्रतिफल)

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